वरिष्ठ भाजपा नेता और समाजसेवी भारत भूषण चुघ की माता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उर्मिला रानी चुघ (उम्र 68), पत्नी श्री चुन्नीलाल चुघ निवासी भूरारानी का हृदयघात के कारण आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की सूचना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई और तमाम गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों तथा सामाजिक, धार्मिक संगठनों से जुड़े लोगों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रीमती चुघ के निधन के पश्चात उनके परिजनों ने नेत्रदान की सहमति देकर एक सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उनका यह योगदान दो नेत्रहीनों के जीवन में प्रकाश लाएगा और उनकी स्मृति को अमर बना देगा।

भारत विकास परिषद रुद्रपुर शाखा के दायित्वधारियों की देखरेख में मुरादाबाद से आई नेत्र विभाग की टीम ने कागजी कार्यवाही पूरी कर श्रीमती चुघ के शरीर से नेत्र (कॉर्निया) प्राप्त किए। शाखा के नेत्रदान प्रकल्प सह संयोजक संजय ठुकराल ने बताया कि परिषद लगातार नेत्रदान के प्रति जनजागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है और यह भ्रांति दूर कर रही है कि नेत्रदान में पूरी आंख निकाली जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल आंख की बाहरी पारदर्शी परत, कॉर्निया, बहुत ही सावधानीपूर्वक निकाली जाती है। यह भी बताया गया कि यदि किसी व्यक्ति ने जीवनकाल में नेत्रदान की घोषणा नहीं की हो, तब भी परिवार की सहमति से मृत्यु उपरांत नेत्रदान संभव है। बीती रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर श्रीमती चुघ को केएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। इसके उपरांत उनके परिजनों ने संजय ठुकराल से संपर्क कर नेत्रदान की इच्छा जताई। इस नेक कार्य के दौरान भारत भूषण चुघ, तरुण चुघ, मनीष चुघ, पारस चुघ, सनी चुघ, दीपक गुलाटी, नीलकंठ राणा, सुरेश छाबड़ा, चंद्र चुघ, चंद्र जड़वानी, हिमांशु खुराना, अमित कालरा, शिव छाबड़ा, सुभाष सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
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