ऊधमसिंहनगर जिले में एक बड़ी पुलिस कार्रवाई में सितारगंज कोतवाली क्षेत्र की एक सनसनीखेज फायरिंग और हत्या के प्रयास की घटना का महज 12 घंटे में खुलासा कर तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के कुशल निर्देशन में की गई, जिन्होंने त्वरित कार्रवाई के आदेश देते हुए एक विशेष टीम गठित की। वादी रंजीत सिंह की तहरीर पर यह मामला दर्ज किया गया था, जिसमें बताया गया कि 19 जून की रात कुछ लोग उनके घर के बाहर पहुंचे और उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता दिखाई और नामजद अभियुक्तों लवप्रीत सिंह, साहब सिंह और गुरमन सिंह को दबोच लिया। इनकी गिरफ्तारी सिडकुल फेस-02 के पास से की गई और इनके कब्जे से एक 12 बोर की एकनाली बंदूक, एक खाली खोखा और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया। आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया, जिसके बाद भारतीय न्याय संहिता की धारा 3(5) व भारतीय शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1ख)क भी अभियोग में जोड़ी गई।
इस पूरी कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक नरेश चौहान व उपनिरीक्षक दीपक कौशिक के नेतृत्व में एक समर्पित टीम ने दिन-रात मेहनत कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। टीम के अन्य सदस्यों में कांस्टेबल कपिल कुमार, अमित जोशी व कमल गहतोड़ी शामिल रहे, जिन्होंने खुफिया सूचना और दबिशों के जरिए इस बड़ी सफलता को संभव बनाया।
पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच में जुटी है और अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने इस सफलता को जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया और स्पष्ट किया कि जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।
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