देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में आपदा राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से एसडीआरएफ की एक नई कंपनी के गठन को मंजूरी प्रदान की है। इसके तहत 162 नए पदों का सृजन किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक सीधी भर्ती के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों को वर्तमान में पीटीसी नरेंद्र नगर में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। वहीं उप निरीक्षक के 222 पदों और 2000 सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतक पुलिस कर्मियों के परिजनों को सहयोग और संबल प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने इस वर्ष मृतक आश्रित कोटे के अंतर्गत 136 आश्रित परिवारों को विभिन्न पदों पर नियुक्तियां प्रदान की हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए “उत्तराखंड खेल नीति” के तहत कुशल खिलाड़ियों के लिए पुलिस विभाग में विशेष कोटे के माध्यम से भर्ती का प्रावधान भी किया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से आग्रह किया कि पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन के लिए समय-समय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के समर्पण और निष्ठा के चलते ही प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था कायम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक वीर जवानों की बहादुरी की याद दिलाता है। यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को हमारे जवानों के साहस और बलिदान की गाथाओं से परिचित कराएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस हर परिस्थिति में अदम्य साहस और कर्तव्यपरायणता का परिचय देती है। भौगोलिक और सामरिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य होने के कारण यहां पुलिस की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष कांवड़ यात्रा में लगभग चार करोड़ श्रद्धालुओं और चारधाम यात्रा में पचास लाख से अधिक भक्तों को सुरक्षित और सुगम दर्शन कराना उत्तराखंड पुलिस की बड़ी उपलब्धि रही। वीआईपी कार्यक्रमों, राष्ट्रीय खेलों तथा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भी पुलिस ने बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की। साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी पुलिस ने साहस और तत्परता से कार्य कर अनेक लोगों की जान बचाई।
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